अयोध्या(पूर्व फैज़ाबाद) से निकलते ही "एसी सेकेंड बोगी" में परिवार सहित "गोरखपुर से काजीपेट" जा रहे "शर्मा जी" के सीने में भयानक दर्द उठा..!!!
गाड़ी थी....15023 यशवंतपुर एक्सप्रेस
जो कि "गोरखपुर से लखनऊ" तक आने में रोज 2 से 3 घंटे लेट रहती ही है..!!
पहले तो "कोच कंडक्टर" ने मामले को संभालने की कोशिश की...लेकिन तबियत ज्यादा बिगड़ गयी तो रेलवे को सूचना दी गयी..!!
चूंकि ट्रेन का अगला स्टॉपेज "लखनऊ" ही था और बीच रास्ते मे किसी बड़ी "मेडिकल इमरजेंसी" के लिए संसाधन न होने की वजह से रेलवे के आदेश पर "इतिहास" में पहली बार एक यात्री की जान बचाने के लिए किसी ट्रेन को मेडिकल इमरजेंसी में "ग्रीन कॉरिडोर" दिये जाने का फैसला किया गया..!!
सभी गाड़ियों को साइडलाइन करके "यशवंतपुर एक्सप्रेस" को एडवांस ग्रीन सिग्नल दिए गए..!!
गाड़ी को बिना स्लो किये, लखनऊ तक लगातार फुल स्पीड दी गयी...यशवंतपुर एक्सप्रेस अब "रेल-एम्बुलेंस" बन चुकी थी..!!
मल्हौर स्टेशन पहुंचने तक गाड़ी अपने टाइम से 1:22 घंटे before हो गयी, ट्रेन के लखनऊ पहुंचने तक सभी अधिकारियों की निगाहें ट्रेन पर ही थीं..!!
और कल पहली बार ये ट्रेन लखनऊ स्टेशन पर 45 मिनट Before आकर खड़ी हो गयी..!!
जैसे ही ट्रेन स्टेशन पहुँची...शर्मा जी को आननफानन मंडल अस्पताल पहुंचाया गया..!!
रेलवे की सूझबूझ से एक यात्री की जान बच गयी....
रेलवे के अधिकारियों और सहयोगी कर्मचारियों को इस बेहतरीन Outstanding work के लिए हार्दिक बधाई..आप लोगों ने अपनी सूझ बूझ से एक व्यक्ति की जान बचा ली..!!
मुझे गर्व है कि मैं एक रेल कर्मचारी हूँ।
🙏🙏🙏
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